भारत के नागरिकों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी सामने आई है। अब आपको आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड बनवाने में भाग दौड़ बिल्कुल भी नहीं करना होगा। बस एक दस्तावेज में ही आपका सारा काम हो जाएगा। बीते दिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक अधिसूचना जारी करते हुए घोषणा किया है की आने वाले समय में राष्ट्रीय दर्शताब्दी में कुछ नए प्रस्ताव को लागू किए जाएंगे।
एक डॉक्यूमेंट से होगा सारा काम
इन प्रस्ताव में काफी बड़ा बदलाव किया जा रहा है जिसमें से सबसे महत्वपूर्ण एक बदलाव है कि नए अधिनियम के अनुसार भारत सरकार के नागरिकों के व्यक्तिगत जानकारी के डेटाबेस को मेंटेन करने में सिर्फ जन्म प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र का योगदान होगा। आप बस एक डॉक्यूमेंट जन्म प्रमाण पत्र या फिर मृत्यु प्रमाण पत्र की मदद से विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं का लाभ उठा पाएंगे।

जन्म प्रमाण पत्र क्यों है जरूरी
भारत सरकार द्वारा जारी किए गए नए फैसले के बाद अब आपका जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर सब कुछ तैयार हो जाएगा। जैसे की नागरिकता मतदाता सूची में नामांकन, आधार पंजीकरण, विवाह पंजीकरण, सरकारी नौकरी के लिए आवेदन, और केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं में आवेदन सिर्फ आप एक डॉक्यूमेंट की बदौलत कर सकते हैं।
डेटाबेस को संभलना होगा सहज
अलग-अलग कार्यों को लेकर अलग-अलग दस्तावेजों को इकट्ठा करना और साथ ही साथ सरकार द्वारा इतने सारे डेटाबेस को मेंटेन करना काफी एक मुश्किल भरा टास्क हो रहा था इन सभी परेशानियों को दूर करते हुए सरकार ने यह नया निर्णय लिया है। अब किसी भी व्यक्ति के लिए जन्म प्रमाण पत्र को सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बताया जा रहा है।
सरकार की न्यू पॉलिसी लागू
इस नए अधिनियम के अंतर्गत केंद्र सरकार ने रजिस्टर या जिला रजिस्टर द्वारा की गई किसी भी कार्यवाही के खिलाफ अपील करने के लिए नागरिकों को सुविधा उपलब्ध कराई है। आने वाले समय में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय लेवल पर डेटाबेस के मेंटेन करने के लिए जन्म प्रमाण पत्र या फिर मृत्यु प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया जाएगा।