आजकल जमीन को खरीद बिक्री काफी बढ़ चुकी है। ऐसे में कई बार लोग गलत जमीन के चक्कर में फंस जाते हैं जिससे काफी भारी नुकसान भी झेलना पड़ता है। आजकल लोग अपनी कमाई को इन्वेस्टमेंट जमीन खरीदी के तौर पर ही कर रहे हैं। क्यूंकि जितना ज्यादा मुनाफा जमीन के रेट्स को बढ़ने के बाद मिलेगा उतना शायद ही कोई बैंक उनके पैसे का ब्याज दे सके।
यदि आप प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैं तो आपकी जमीन असली है या नकली इसके बारे में आपको जानकारी जरूर इकट्ठा कर लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि आजकल कई ऐसे धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं जहां पर विक्रेता किसी दूसरे के जमीन को भी अपना बताकर आपसे पैसे ऐंठ लेते हैं।

कई बार डबल रजिस्ट्री कराने का भी मामला सामने आया है। आपको ऐसे धोखाधड़ी से बचने के लिए यह जानना बेहद जरूरी होगा की आपकी खरीदी जाने वाली जमीन की स्थिति क्या है और कैसी है। भारत में जमीन की खरीद और बिक्री के लिए रजिस्ट्री (Registery) को एक कानूनी प्रक्रिया घोषित किया गया है।
यदि आप भी जमीन की रजिस्ट्री कराने जा रहे हैं तो आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है? अक्सर लोग जमीन खरीदते समय उसकी रजिस्ट्री या खतौनी में केवल उसका नाम देखते हैं लेकिन इतना ही जरूरी नहीं है। जमीन की रजिस्ट्री (Registery) और खतौनी से यह पता नहीं चलता है कि बेचने वाले व्यक्ति के पास उसे जमीन या प्रॉपर्टी का मालिक खाना हक है या नहीं? अगर आपको ऐसी धोखाधड़ी से बचाना है तो आपको जमीन की नई और पुरानी रजिस्ट्री जरूर देखनी चाहिए।