Sahara India Refund: पैसा रिफंड कर रही है सहारा इंडिया, जानें कब तक खाते में आयेगा

इस पोस्ट में हम आपको सहारा इंडिया के रिफंड पैसा के बारे में तमाम जानकारी देने वाले हैं। सहारा इंडिया के पास लाखों किसानों का पैसा अभी तक फंसा हुआ है। जिसकी जमा सीमा पूरी होने के बाद भी लोगों को बैंक पैसा वापस नहीं कर रही है। यदि आपने भी सहारा इंडिया में अपने पैसे को इन्वेस्ट कर रखा है और अभी तक आपका पैसा बैंक में नहीं आया है तो इस पोस्ट को ध्यान से देखिएगा। हमने इस पोस्ट में ऐसा तरीका बताया है जिसके बाद आपका सहारा इंडिया में पैसा सारा रिफंड कर दिया जाएगा।

दरअसल ऐसी खबर आ रही है कि सरकार अब सहारा इंडिया के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने वाली है, और सारे निवेशकों का पैसा उसे शुद्ध समेत लौटाने की तैयारी कर रही है। इन पैसे को वापस करने के लिए सहारा इंडिया रिफंड पॉलिसी के तहत एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। इस नंबर पर आप अपनी शिकायत या फिर मदद के लिए कॉल कर सकते हैं।

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सहारा इंडिया द्वारा जारी किए गए इस नंबर को पूरे भारतवर्ष के लिए एक ही रखा गया है। जिन भी निवेशकों का पैसा सहारा इंडिया में डूबा है उनके पैसे जल रिफंड किए जा रहे हैं। दरअसल पैसे को रिफंड करने के लिए कुछ प्रकार से आवेदन भी किए जा रहे हैं जिसके बाद जल्द ही आपकी राशि आपके अकाउंट खाते में डाल दी जाएगी।

यदि आप ही अपने पैसे को लेकर काफी चिंता में हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं सहारा इंडिया सबका पैसा जमा किए गए प्राप्ति रसीद के अनुसार वापस कर रही है। आपको अपने सारे दस्तावेज कंप्लीट करके एक साथ रखना है। जैसा कि आप सभी जानते हो सहारा इंडिया कंपनी के ऊपर सुप्रीम कोर्ट में काफी समय से केस चल रहा है और कोर्ट के आदेश के बाद सहारा इंडिया कंपनी भी सभी संपत्तियों को नीलाम करने का फैसला भी लिया गया है।

इस नीलाम किए गए पैसे से जो भी रकम वसूला जाएगा उसे निवेशकों के बीच बांट दिया जाएगा और सारे पैसे निवेशकों को लौटा दिए जाएंगे। आप अपनी कंप्लेंट दर्ज भी कर सकते हैं आवश्यकता पड़ने पर आप तोलफ्री के ऊपर कांटेक्ट भी कर सकते हैं। जिन भी लोगों का पैसा फंसा हुआ है उन्हें जल्द ही वापस कर दिया जाएगा।

राजीव रंजन ने अपने 2 वर्षों के मीडिया करियर में नेशनल, मनोरंजन, लाइफ़स्टाइल, ऑटोमोबाइल, गवर्नमेंट योजना, बिज़नस न्यूज़, फाइनेंस जैसी बीटों पर काम किया है. ecovahan से इन्होने शुरुआत की थी और अब यह अपना योगदान vyaparkaro को दे रहे है।

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