क्या आपको भी पढ़ाई में मन नहीं लगता। इस पोस्ट में हम ऐसे ही एक लड़के की बात करने वाले हैं जिन्होंने IIT छोड़कर बना 750 करोड़ का बिज़नेस बना डाला। इनकी कहानी सुनकर आपको भी प्रेरणा मिलेगी और आपके मन में भी जोश भर जाएगा।
हम बात कर रहे हैं अंकित प्रसाद के बारे में जिनका जन्म झारखण्ड के एक छोटे गाँव चाईबासा में हुआ। आपको बता दें कि अंकित बचपन से ही इंटरप्रेन्योर माइंडसेट वाला बच्चा था। इसका मन पढ़ाई में कम और कंप्यूटर के क्षेत्र में ज्यादा लगता था। उनके पिता ने भी अपने बेटे की भावना को समझा और 1995 में उन्हें पहला कंप्यूटर दिलवाया।
🔥 Whatsapp Group | 👉 यहाँ क्लिक करे |
🔥 Telegram Group | 👉 यहाँ क्लिक करे |
इसके बाद अंकित चाईबासा से जमशेदपुर सिफ्ट हो गए। आपको बता दें कि अंकित के पिता पेशे से एक प्रोफेसर है जो NIT जमशेदपुर में काम करते हैं। अंकित का एक छोटा भाई भी है जिनका नाम राहुल है। ये दोनों ने अपनी प्राइमरी स्कूलिंग चाईबासा के एक स्कूल से पूरी की थी।
अपने शुरुआती स्कूलिंग में उन्हें इंग्लिश अल्फाबेट में काफी प्रॉब्लम आती थी, लेकिन बाद में अंकित ने एनआईटी जमशेदपुर के डीएवी स्कूल में दाखिल लिया और उनकी ये समस्या भी खत्म हो गयी। अंकित और उनके छोटे भाई राहुल दोनों की रुचि कंप्यूटर में काफी अधिक था, इसलिए बचपन से ही अंकित ने कोडिंग करना शुरू कर दिया।
फिर क्या था उनकी रुचि धीरे धीरे और बढ़ी फिर दोनों भाइयो ने मिलकर एक छोटी सी कंपनी की शुरुआत। वेब डिजाइनिंग में उनकी एक्सपर्टीज थी। अंकित ने अलनी 10वी कक्षा की बोर्ड परीक्षा 2005 में दिया और अपने स्कूल में तीसरी रैंक हासिल किया।
अंकित ने ऐसे किया बिज़नेस की शुरुआत
अंकित का दिमाग आखिरकार एक बिज़नेस की तरफ बढ़ा और अपने कोडिंग स्किल का यूज़ करके एक सॉफ्टवेर तैयार किया। इसका नाम रखा “टच टैलेंट”। आपको बता दें रखा अंकित फ्लिप्कार्ट, स्नेपडील, अमेज़न जैसे मल्टी मार्केटिंग कंपनियों से काफी प्रभावित थे। दरअसल टच टैलेंट एक ऐसा वेब आधारित प्लेटफोर्म है जहाँ पे यूजर अपनी आर्ट हो डाल सकता है। इसके साथ ही वो उसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकता है, उसमें कमेंट कर सकता है।
कैसे किया लोगों की मदद?
इसके अलावा यूजर अपने द्वारा सबमिट किये गए डिजाईन व आर्ट्स को इस प्लेटफार्म पे मोनेटाइज भी कर सकते है। सबसे इंटरेस्टिंग बात तो यह है कि जब अंकित अपने भाई के साथ इस बिज़नेस आईडिया पर काम कर रहे थे उस वक़्त वे IIT Delhi में अपने पढाई कर रहे थे। लेकिन उन्हें पढ़ाई में ध्यान कम ही लगता था इसलिए अंकित अपने पढाई को बीच में हीं छोड़कर बजाय अपने बिज़नेस आईडिया को और आगे बढ़ाने में लग गए।
अंकित यहीं तक नहीं रुके। अंकित ने उसके बाद मोबाइल फ़ोन मार्किट में ‘बॉबल AI’ के जरिये एंट्री की। यह बॉबल इंडिक एक यूनिक मोबाइल फ़ोन में इस्तेमाल किये जाने वाले कीबोर्ड मोबाइल एप्लीकेशन है। यह कीबोर्ड 120 भाषाओं को सपोर्ट करता है, उसके साथ ही यह 37 इंडियन लैंग्वेज को भी सपोर्ट करता है।
आज के समय में बॉबल AI काफी लोकप्रिय है और यदि इसकी मार्किट वैल्यूएशन करे तो इसकी वैल्यूएशन 2020 में 500 करोड़ से अधिक थी। और अब 2022 में इसकी वैल्यूएशन करीब 800 करोड़ रूपये से भी अधिक की हो गई है।
आशा करता हूँ आपको अंकित की यह सक्सेस स्टोरी काफी पसंद आई होगी। अपने दोस्तों के साथ शेयर करना बिल्कुल न भूलें। इसी तरह के और भी स्टोरी पढ़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज और व्हाट्सएप्प ग्रुप से अवश्य जुड़ें।
यह भी पढ़े: –
🔥 Whatsapp Group | 👉 यहाँ क्लिक करे |
🔥 Telegram Group | 👉 यहाँ क्लिक करे |