आजकल ओला और उबर की तरफ से हो रहे फ्रॉड मामले की कई शिकायतें सामने आई है। ऐसे में यदि आप भी ओला और उबर की बुकिंग करते हैं कहीं पर ट्रैवलिंग करने के लिए तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है वरना यह फ्रॉड करके आपकी जेब को खाली कर सकते हैं और आप को भारी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। आईएएस पोस्ट में जानते हैं पूरी डिटेल के साथ कि आखिर किस प्रकार से ओला और उबर अपने कस्टमर के साथ धोखा कर रहे हैं और फ्रॉड कर उनसे लाखों रुपए की ठगी कर रहे हैं।
अक्सर ऐसा देखा गया है कि हम लोग कहीं आने जाने के लिए एक कैब वाली ऐप से ही बुकिंग करते हैं। लेकिन अब से ओला और उबर बुक करते समय हमें सावधान हो जाने की जरूरत है। आपको मालूम नहीं चलता है पर धीरे-धीरे यह लोग आपका भरी नुकसान कर रहे होते हैं। आइए समझे किस प्रकार से गड़बड़ झोल यहां पर हो रहा है।
क्या है गड़बड़ घोटाला का पूरा माला
इस तरह के जो भी कैब बुकिंग वाले ऐप हैं उनसे लोगों के साथ फ्रॉड किया जा रहा है। अगर आपके फोन की बैटरी कम है और आप लोग कैब बुक करते हैं तो आपके फोन की बैटरी के अनुसार से आपको चार्ज ज्यादा देने होंगे। इसके अलावा यह लोग यह भी पता कर लेते हैं कि आप बुकिंग किस प्रकार के फोन से कर रहे हैं आपके पास स्मार्टफोन है या फिर आईफोन है।
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यदि आप कैब की बुकिंग आईफोन से कर रहे हैं तो उसका किराया ज्यादा लगेगा नॉर्मल फोन के मुकाबले। यानी कि यह लोग आपकी प्रोफाइल के आधार पर ओला और उबर कैब बुकिंग के रेट तय कर देती। इसके अलावा यदि आपको आपदा में क्या की बुकिंग कर रहे हैं तो आपसे यह लोग ज्यादा किराया वसूलने लग जाएंगे।
इस प्रकार का गड़बड़ झोल काफी समय से चल रहा था, लेकिन हाल ही में इसे सब कुछ बाहर उजागर कर दिया गया है। अगर आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर कैब बुकिंग एप ऐसा कैसे कर पा रही है क्या क्या ऐसा पॉसिबल है तो आइए हम आपको पूरी डिटेल के साथ एक्सप्लेन करते हैं।
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आखिर कैसे पता चला इस तरह के फ्रॉड का
आपको बताते चलें की बुकिंग ऐप आपके फोन की बैटरी के परसेंटेज के अनुसार से आप को अंजाम देते हैं और आपके साथ शॉट करते हैं। यह सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एक बुकिंग एप इसी प्रकार से फ्रॉड कर रहे हैं।
हाल ही में एक एक्सपेरिमेंट से पता किया गया और सेम ही आदमी ने दो अलग-अलग परसेंटेज वाली बैटरी के साथ कैब को उसी समय एक ही जगह के लिए बुक किया। एक फोन की बैटरी में 84 परसेंट बैटरी थी वहीं दूसरी फोन में मात्र 12 परसेंट की बैटरी थी। इन दोनों फोन से की गई सेम ही जगह के लिए बुकिंग के ऊपर लगभग 5 परसेंट का अंतर किराए के दाम में दिखा।
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ओला उबर ने किया इन बातों पर खंडन
हालांकि ऊपर के आर्थिक नीतियों ने इन सब बयानों के ऊपर नकार दिया है और उन्होंने बताया है कि यह सारा कुछ गलत है। हमारे प्लेटफार्म पर इसका खंडन करते हुए दावा करती है उनके प्लेटफार्म पर किराया फोन की बैटरी या फिर मोबाइल के ब्रांड पर बिल्कुल भी तय नहीं किए जाते हैं।