सहारा इंडिया के संस्थापक सुब्रत राय की 13 रात लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि काफी लंबे समय से मुंबई के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था बुधवार को ही उनका पार्थिव शरीर को लखनऊ लाया गया। आपको बता दो चले कि सुब्रत राय का 75 वर्ष में देहांत हुआ है। ऐसे में पूरा भारत शोक में डूबा है।
सहारा सुब्रत राय के बारे में
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि सहारा श्री के साथ जिस किसी को कम करने का सौभाग्य मिला था उनके लिए वह गॉड्स फोर्सज मेंटर्स और प्रेरणा के स्रोत माने जा रहे थे। सहारा श्री सुब्रत राय का जन्म 10 जून 1948 को अररिया बिहार में हुआ था।
आगे चलकर उन्होंने गोरखपुर से सरकारी टेक्निकल इंस्टिट्यूट से मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पढ़ाई की थी उसके बाद 1976 में ही इन्होंने बिजनेस की शुरूआत किया और बिजनेस को बड़े लेवल तक लेकर गए। शहर का आज नाम हर कोई जानता है लाखों निवेशकों का पैसा शहर में फंसा हुआ है।
मीडिया से लेकर फाइनेंस तक का बड़ा कारोबार
1992 में सहारा ग्रुप ने राष्ट्रीय सहारा नाम का न्यूज़पेपर भी जारी किया था। इसके साथ ही सहारा टीवी नाम का भी चैनल है बाद में इन्होंने मीडिया के रियल स्टेट फाइनेंस के अलावा कई और सेक्टर में भी काम करना शुरू किया और धीरे-धीरे हर एक फील्ड में अपना वर्चस्व बना लिया। आज के समय में सहारा एक काफी बड़ा साम्राज्य बना हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो एक समय में ऐसा था जहां पर रेलवे के बाद देश में सबसे अधिक रोजगार देने वाला सहारा ग्रुप ही था। ऐसा भी माना जा रहा है कि लगभग 9 करोड़ से भी ज्यादा निवेदक इस सहारा ग्रुप के साथ जुड़े हुए हैं। काफी लंबे समय से पैसा फैंस के कारण विवाद में चल रहे सुब्रत राय की तबीयत खराब चल रही थी।
वर्ष 2014 से ही कानूनी चुनौतियों का सुब्रत राय को सामना करना पड़ रहा है। लगातार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था इसके बाद लंबी पैरोल के ऊपर कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद जेल से बाहर आए थे। लेकिन उनकी तबीयत लगातार बिगड़ी और गंभीर रूप से अस्पताल में भर्ती हुए और अंततः जाकर उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।
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